Lado Protsahan Yojana 2025 : भारत में सामाजिक और आर्थिक असमानताएं आज भी कई समुदायों में प्रचलित हैं। विशेष रूप से ग्रामीण और कम आय वाले परिवारों में, बेटियों के जन्म को कई बार आर्थिक बोझ के रूप में देखा जाता है। इस नकारात्मक धारणा को बदलने और बेटियों को समाज में सम्मानजनक स्थान दिलाने के लिए,
Lado Protsahan Yojana 2025 : राजस्थान सरकार ने लाडो प्रोत्साहन योजना की शुरुआत की है। यह योजना बेटियों के जन्म को प्रोत्साहित करने, उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य, और समग्र विकास को सुनिश्चित करने के लिए डिज़ाइन की गई है। यह लेख इस योजना के विभिन्न आयामों, इसके लाभों, पात्रता मानदंडों, आवेदन प्रक्रिया, और समाज पर इसके प्रभाव को विस्तार से探讨 करता है।

Lado Protsahan Yojana 2025 Overview
Lado Protsahan Yojana 2025 : लाडो प्रोत्साहन योजना राजस्थान सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जो पहले की मुख्यमंत्री राजश्री योजना का उन्नत संस्करण है। पहले की योजना में, बेटियों को उनके जन्म से लेकर शिक्षा के विभिन्न चरणों तक 50,000 रुपये की वित्तीय सहायता दी जाती थी। हालांकि, बदलते सामाजिक और आर्थिक परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए, सरकार ने इस योजना को और प्रभावी बनाने के लिए इसका नाम ( Lado Protsahan Yojana 2025 ) लाडो प्रोत्साहन योजना रखा और सहायता राशि को बढ़ाकर 1.5 लाख रुपये कर दिया।
Lado Protsahan Yojana 2025 : योजना 1 अगस्त 2024 से लागू की गई है और इसका लक्ष्य बेटियों के प्रति समाज की मानसिकता को बदलना, उनकी शिक्षा को बढ़ावा देना, Lado Protsahan Yojana 2025 आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को सहायता प्रदान करना है। यह विशेष रूप से उन परिवारों के लिए बनाई गई है जो अपनी बेटियों की शिक्षा और विवाह के खर्चों को वहन करने में कठिनाई महसूस करते हैं।
लाडो प्रोत्साहन योजना का लक्ष्य
- बालिका जन्म को बढ़ावा देना: समाज में बेटियों के जन्म को नकारात्मक दृष्टिकोण से मुक्त करके इसे एक उत्सव के रूप में स्थापित करना।
- शिक्षा का प्रसार: बेटियों को प्रारंभिक से लेकर उच्च शिक्षा तक प्रोत्साहित करना, ताकि वे आत्मनिर्भर और सशक्त बन सकें।
- स्वास्थ्य में सुधार: बेटियों के टीकाकरण और स्वास्थ्य देखभाल को सुनिश्चित करना, जिससे शिशु और मातृ मृत्यु दर में कमी आए।
- वित्तीय सहायता: आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को उनकी बेटियों के पालन-पोषण, शिक्षा, और विवाह के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना।
- लिंग समानता को बढ़ावा: लिंग आधारित भेदभाव को कम करना और बेटियों को बेटों के समान अवसर प्रदान करना।
- संस्थागत प्रसव को प्रोत्साहन: सरकारी या मान्यता प्राप्त निजी अस्पतालों में सुरक्षित प्रसव को बढ़ावा देना।
लाडो प्रोत्साहन योजना के लाभ
Lado Protsahan Yojana 2025 : लाडो प्रोत्साहन योजना के तहत, बेटियों को उनके जन्म से लेकर 21 वर्ष की आयु तक सात चरणों में कुल 1.5 लाख रुपये की वित्तीय सहायता दी जाती है। ये चरण निम्नलिखित हैं:
- प्रथम चरण: बेटी के जन्म पर 2,500 रुपये, जो माता-पिता के बैंक खाते में जमा किए जाते हैं।
- द्वितीय चरण: बेटी के एक वर्ष की आयु पूरी होने और पूर्ण टीकाकरण होने पर 2,500 रुपये।
- तृतीय चरण: कक्षा 1 में प्रवेश पर 4,000 रुपये।
- चतुर्थ चरण: कक्षा 6 में प्रवेश पर 5,000 रुपये।
- पंचम चरण: कक्षा 10 में प्रवेश पर 11,000 रुपये।
- षष्ठम चरण: कक्षा 12 में प्रवेश पर 25,000 रुपये।
- सप्तम चरण: स्नातक या समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण करने और 21 वर्ष की आयु पूरी होने पर 50,000 रुपये।
( Lado Protsahan Yojana 2025 ) यह राशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से हस्तांतरित की जाती है। प्रारंभिक छह चरणों की राशि माता-पिता या अभिभावकों के खाते में जमा होती है, जबकि अंतिम चरण की राशि सीधे बालिका के बैंक खाते में हस्तांतरित की जाती है।

लाडो प्रोत्साहन योजना की पात्रता
- निवास: बालिका की माता को राजस्थान की मूल निवासी होना आवश्यक है। प्रसव पूर्व जांच के दौरान मूल निवास प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा।
- जन्म स्थान: बालिका का जन्म सरकारी अस्पताल या जननी सुरक्षा योजना (JSY) के तहत मान्यता प्राप्त निजी अस्पताल में होना चाहिए।
- जन्म तिथि: यह योजना 1 अगस्त 2024 या उसके बाद जन्मी बालिकाओं के लिए लागू है।
- शिक्षा: योजना का लाभ सरकारी और निजी दोनों स्कूलों में पढ़ने वाली बेटियों को मिलेगा।
- निरंतरता: सभी सात चरणों का लाभ उठाने के लिए पहली और दूसरी किस्त लेना अनिवार्य है।
लाडो प्रोत्साहन योजना की आवेदन प्रक्रिया
लाडो प्रोत्साहन योजना ( Lado Protsahan Yojana 2025 ) में कोई अलग ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया नहीं है। यह योजना स्वचालित रूप से लागू होती है जब बालिका का जन्म सरकारी या मान्यता प्राप्त निजी अस्पताल में होता है। प्रक्रिया के प्रमुख चरण निम्नलिखित हैं:
- प्रसव पूर्व जांच: गर्भवती महिला को प्रसव पूर्व जांच के दौरान राजस्थान का मूल निवास प्रमाण पत्र और अन्य दस्तावेज जमा करने होंगे।
- जन्म पंजीकरण: जन्म के बाद, अस्पताल द्वारा बालिका का विवरण पीसीटीएस (Pregnancy, Child Tracking & Health Services Management System) पोर्टल पर अपलोड किया जाता है।
- प्रथम किस्त: जन्म की पुष्टि होने पर, 2,500 रुपये की पहली किस्त माता-पिता के खाते में हस्तांतरित की जाती है।
- यूनिक आईडी: बालिका को एक यूनिक पीसीटीएस नंबर प्रदान किया जाता है, जिसके आधार पर भविष्य की किस्तें ट्रैक की जाती हैं।
- शिक्षा और स्वास्थ्य चरण: बाद की किस्तें शिक्षा (कक्षा 1, 6, 10, 12) और स्वास्थ्य (टीकाकरण) से संबंधित मील के पत्थर पूरे होने पर दी जाती हैं। इनके लिए सत्यापन शाला दर्पण या पीसीटीएस पोर्टल पर अपलोड करना होता है।
लाडो प्रोत्साहन योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
- माता का मूल निवास प्रमाण पत्र
- बालिका का जन्म प्रमाण पत्र
- माता-पिता का आधार कार्ड
- जन आधार कार्ड
- बैंक खाता विवरण
- टीकाकरण प्रमाण पत्र (दूसरी किस्त के लिए)
- स्कूल प्रवेश प्रमाण पत्र (तीसरी से छठी किस्त के लिए)
- स्नातक उत्तीर्ण प्रमाण पत्र (सातवीं किस्त के लिए)
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लाडो प्रोत्साहन योजना पर सामाजिक प्रभाव
- लिंग भेद में कमी: यह योजना बेटियों के जन्म को प्रोत्साहित करके लिंग आधारित भेदभाव को कम कर रही है। आर्थिक सहायता प्रदान करके, यह परिवारों को बेटियों की शिक्षा और देखभाल के लिए प्रेरित करती है।
- शिक्षा दर में सुधार: वित्तीय सहायता के कारण, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में बेटियों की स्कूल ड्रॉपआउट दर में कमी आई है।
- स्वास्थ्य में वृद्धि: टीकाकरण और संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देकर, यह योजना शिशु और मातृ मृत्यु दर को कम करने में योगदान दे रही है।
- आर्थिक सशक्तिकरण: अंतिम 50,000 रुपये की राशि बालिका के खाते में जमा होती है, जो उसे उच्च शिक्षा, स्वरोजगार, या विवाह के लिए आर्थिक रूप से सशक्त बनाती है।
- सामाजिक जागरूकता: यह योजना बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच को बढ़ावा देती है और समाज में उनकी स्वीकार्यता को मजबूत करती है।
लाडो प्रोत्साहन योजना की विशेषताएं
- सार्वभौमिक पहुंच: यह योजना सभी जातियों, धर्मों, और वर्गों के लिए खुली है।
- शिक्षा की स्वतंत्रता: सरकारी और निजी दोनों स्कूलों में पढ़ने वाली बेटियां इसका लाभ उठा सकती हैं।
- स्वचालित प्रणाली: आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए यह स्वचालित रूप से लागू होती है।
- सेविंग बॉन्ड: बेटी के जन्म पर 1.5 लाख रुपये का सेविंग बॉन्ड प्रदान किया जाता है।
- महिला सशक्तिकरण: ‘लखपति दीदी’, ‘ड्रोन दीदी’, और ‘सोलर दीदी’ जैसे सम्मानों के माध्यम से महिलाओं को प्रोत्साहित किया जाता है।
लाडो प्रोत्साहन योजना के लिए चुनौतियां और समाधान
- जागरूकता की कमी: ग्रामीण क्षेत्रों में योजना के बारे में जानकारी का अभाव है। इसके लिए पंचायत स्तर पर जागरूकता अभियान और मीडिया प्रचार की आवश्यकता है।
- दस्तावेजों की कमी: कई परिवारों के पास आवश्यक दस्तावेज नहीं होते। सरकार को दस्तावेज बनाने की प्रक्रिया को सरल करना चाहिए।
- प्रशासनिक समन्वय: विभिन्न विभागों (महिला एवं बाल विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य) के बीच समन्वय की आवश्यकता है।
दुसरे राज्यों की समान योजनाएं
- हरियाणा लाडो लक्ष्मी योजना: महिलाओं को प्रति माह 2,100 रुपये की सहायता।
- मध्य प्रदेश लाडली बहना योजना: बेटियों और महिलाओं के लिए आर्थिक सहायता।
लाडो प्रोत्साहन योजना की भविष्य की संभावनाएं
लाडो प्रोत्साहन योजना ( Lado Protsahan Yojana 2025 ) का भविष्य उज्ज्वल है। सरकार इसे और प्रभावी बनाने के लिए डिजिटल पोर्टल लॉन्च करने की योजना बना रही है। अप्रैल 2025 में विस्तृत दिशानिर्देश जारी किए जाएंगे।
निष्कर्ष
लाडो प्रोत्साहन योजना राजस्थान सरकार की एक प्रगतिशील पहल है, जो बेटियों के जन्म, शिक्षा, और सशक्तिकरण को बढ़ावा देती है। यह समाज में लिंग समानता और बेटियों की स्वीकार्यता को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
FAQ
लाडो प्रोत्साहन योजना ( Lado Protsahan Yojana 2025 ) क्या है?
यह राजस्थान सरकार की एक योजना है, जो बेटियों के जन्म, शिक्षा, और स्वास्थ्य को प्रोत्साहित करने के लिए 1.5 लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करती है। यह योजना 1 अगस्त 2024 से लागू है।
Lado Protsahan Yojana 2025 का लाभ कौन उठा सकता है?
राजस्थान की मूल निवासी माताओं की बेटियां, जिनका जन्म सरकारी या जननी सुरक्षा योजना से मान्यता प्राप्त निजी अस्पताल में 1 अगस्त 2024 या उसके बाद हुआ हो, इस योजना के लिए पात्र हैं।
Lado Protsahan Yojana 2025 की राशि कैसे दी जाती है?
कुल 1.5 लाख रुपये सात किस्तों में दिए जाते हैं.
Lado Protsahan Yojana 2025 के लिए आवेदन कैसे करें?
कोई अलग ऑनलाइन आवेदन की आवश्यकता नहीं है। जन्म के समय अस्पताल द्वारा पीसीटीएस पोर्टल पर विवरण अपलोड किया जाता है, और पहली किस्त स्वचालित रूप से माता-पिता के खाते में जमा हो जाती है।
Lado Protsahan Yojana 2025 के लिए आवश्यक दस्तावेज क्या हैं?
माता का मूल निवास प्रमाण पत्र, बालिका का जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, जन आधार कार्ड, बैंक खाता विवरण, टीकाकरण प्रमाण पत्र, और स्कूल प्रवेश प्रमाण पत्र आवश्यक हैं।
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